Thursday , 19 April 2018
“ध्यान का अर्थ होता है- न विचार, न वासना, न स्मृति, न कल्पना। ध्यान का अर्थ होता है भीतर सिर्फ होना मात्र, ध्यान है मृत्यु। मन की मृत्यु। मैं की मृत्यु। विचार का अंत। शुद्ध चेतन्य ...
haryanakhas - Copyright 2016